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30 की रात लंबी लाइनों से निपटने की तैयारी

चंडीगढ़, 24 सितंबर (निस) कालाधन घोषित करने के लिए लोगों के पास अब मात्र एक सप्ताह का मौका है। आखिरी तारीख नजदीक आने के साथ ही ऐसी संपत्तियों के मालिक चार्टर्ड एकाउंटेंट के पास लाइनें लगाकर खड़े नजर आ रहे हैं। आयकर विभाग को उम्मीद है कि स्वेच्छा से कालाधन घोषित करने की योजना की […]
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चंडीगढ़, 24 सितंबर (निस)
कालाधन घोषित करने के लिए लोगों के पास अब मात्र एक सप्ताह का मौका है। आखिरी तारीख नजदीक आने के साथ ही ऐसी संपत्तियों के मालिक चार्टर्ड एकाउंटेंट के पास लाइनें लगाकर खड़े नजर आ रहे हैं। आयकर विभाग को उम्मीद है कि स्वेच्छा से कालाधन घोषित करने की योजना की आखिरी तारीख 30 सितंबर को लोग आधी रात तक आॅनलाइन या इनकम टैक्स दफ्तरों की खिड़कियों पर लंबी कतारें लगाए होंगे। इस वित्त वर्ष में इनकम टैक्स विभाग के खाते में अकेले उत्तर-पश्चिम जोन में 5 हजार करोड़ रुपये ज्यादा जमा होने की उम्मीद है। बीते साल हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में कुल 30 हजार करोड़ रुपये आयकर जमा हुआ था, इस साल यह राशि 35 हजार करोड़ रुपये पहुंचने की संभावना है।
उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के प्रधान मुख्य आयुक्त (पीसीसी) आयकर राजेंद्र कुमार के अनुसार हालात यह हैं कि लुधियाना और पंजाब के कुछ शहरों में कई सीए ने इसी सप्ताह उनसे व्यक्तिगत रूप से अनुरोध किया कि कालाधन घोषित करने की तारीख बढ़ा दी जाए, अन्यथा वे कालाधन वालों का हिसाब-किताब कर पाने में बड़ी दिक्कत महसूस कर रहे हैं। कुमार ने कहा कि कालाधन घोषित करने पर विभाग कोई पूछताछ नहीं करेगा, आॅनलाइन कालाधन घोषित करने वालों का तो पता नहीं चल पाएगा, क्योंकि पूर्ण निजता और गोपनीयता का ख्याल रखा जा रहा है। कुमार ने उम्मीद जताई कि 30 सितंबर की रात तक आयकर विभाग की साइटों पर और दफ्तरों में लंबी लाइनें लग सकती हैं। विभाग ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। सरकार ने जनता से अपील की है कि जिसके पास भी कालाधन हो, वह आयकर विभाग या सरकार को अपनी अघोषित आय के बार में बताकर, उसपर 45% टैक्स देकर सख्त कानूनी कार्रवाई से बच सकता है। इस तरह कोई भी कालाधन पर 45 प्रतिशत कर देकर बाकी धन को उपयोगी बना सकता है। सबसे अधिक टैक्स भरने वाला राज्य पंजाब है। यहां 14.2 लाख लोग इनकम टैक्स भरते हैं, जबकि हरियाणा दूसरे नंबर पर है। यहां के 10.12 लाख लोग, चंडीगढ़ के 3.8 लाख लोग, हिमाचल के 2.8 लाख लोग और जम्मू-कश्मीर के 1.24 लाख आयकर भरते हैं।
हरियाणा के 6 शहरों में लगेंगी कतारें
हरियाणा की प्रभारी चीफ कमिश्नर सुनीता पुरी ने बताया कि पंचकूला, करनाल, हिसार, रोहतक, गुड़गांव और फरीदाबाद के आयकर दफ्तरों में लोग अपनी ब्लैकमनी और बेनामी प्राॅपर्टी का खुलासा कर सकते हैं। इनकम टैक्स लॉ के सेक्शन-138 के तहत अपनी अघोषित आय बताने वालों की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी। अगर तब भी किसी को सीधा आयकर विभाग में आकर अपनी ब्लैक मनी घोषित करने में डर लगता है तो वह बैंक, सीपीसी बैंक या फिर ई-मेल के जरिए अपनी ब्लैक मनी के बारे में जानकारी दे सकता है।
ब्लैक मनी के मापदंड
डायरेक्टर जनरल इंवेस्टिगेशन मधु महाजन ने बताया कि चालू खाते में 50 लाख रुपये से ऊपर का लेनदेन करने वाले, बैंक में 10 लाख से ऊपर के फिक्स डिपॉजिट (एफडी), कंपनी के 10 से 15 लाख से ऊपर के शेयर व डिबेंचर में डील करने वाले, क्रेडिट कार्ड पर 2.5 से 5 लाख का इस्तेमाल करने वाले 30-40 लाख से ऊपर की प्राॅपर्टी खरीदने वाले, टीवी, घड़ी, ज्वेलरी, विदेशी टूर पर 10 लाख से ऊपर खर्च करने वालों के संबंध में आयकर विभाग की टीम जांच करने में जुटी है। ऐसे लोगों से आयकर विभाग नोटिस भेजकर कभी भी पूछताछ कर सकता है।

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